उन्होंने नीट-यूजी की पुन: परीक्षा कराने और इस मामले में हुई गड़बड़ी की जांच कराने की मांग केंद्र सरकार से की।
दीपंकर ने दिल्ली के उप राज्यपाल द्वारा अरुंधति राय और शेख शौकत हुसैन के विरुद्ध यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने की अनुमति की निंदा की है। उन्होंने बोला कि यह लोकतंत्र को कुचलने का एक और उदाहरण है।उन्होंने बोला कि यही उप राज्यपाल, मेधा पाटकर के विरुद्ध फर्जी मानहानि के उस मुकदमे के भी पीछे हैं, जिसमें उन पर दोष सिद्ध हो गया है और सजा तय है। इस घटना के विरुद्ध 20 जून को राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध दिवस मनाया जाएगा।उन्होंने बोला कि बिहार में गुनाह की लगातार बढ़ रही घटनाएं बेहद चिंताजनक है। सत्ता संरक्षित अपराधियों द्वारा इस तरह के कारनामों को अंजाम दिया जा रहा है। भाजपा-जदयू शासन का इकबाल पूरी तरह से समाप्त हो चुका है।