संवाद
राजस्थान के बारां जिले में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. भजनलाल सरकार प्रदेश के दो सरकारी शिक्षकों से 9 करोड़ रुपए वसूलेगी. इस राशि की वसूली के लिए विभाग ने थाने में मामला दर्ज करवा दिया है.
बारां के राजपुरा राजकीय विद्यालय के शिक्षक दंपति से 9 करोड़ 31 लाख 50 हजार 373 रुपये की रिकवरी की जानी है. आरोप है की शिक्षक दंपति विष्णु गर्ग और मंजू गर्ग डमी शिक्षकों से अध्यापन का काम करवाते थे.
राजस्थान सरकार के शासन सचिव के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने बारां जिले के राजकीय विद्यालय राजपुरा के डमी अध्यापकों और गबन के आरोप में अध्यापक दंपति विष्णु गर्ग और पत्नि मंजु गर्ग पर धारा 420, 409 गबन की धाराओं में मामला दर्ज कराया है. यहां पोषाहार और तनख्वाह के गबन के मामले को लेकिर पुलिस को गिरफ्तारी के निर्देश दिये गए हैं.
25 सालों से चल रहा था खेल
बीते 25 सालों से शिक्षक दंपति विष्णु और मंजू गर्ग राजकीय विद्यालय राजपुरा में पद कार्यरत हैं, लेकिन दोनों ही विद्यालय नहीं जाकर अपनी जगह डमी अध्यापकों से काम करवाते थे. यहां डमी अध्यापकों को दोनों की जगह पांच हजार रुपये का मासिक वेतन दिया जाता था. जो डमी अध्यापक वहां जाता था वह अपने आप को विष्णु गर्ग और मंजू गर्ग बताते थे. बारां प्रशासन ने दिसंबर 2023 में विद्यालय पहुंचकर कार्रवाई की थी.
रेजिस्टर में साइन लेकिन शिक्षक गायब
यहां पहुंचने पर शिक्षक दंपति स्कूल से गायब मिले और उनकी जगह दो महिला और एक पुरुष पढ़ाते दिखाई दिए. जब उनसे पूछा गया की मंजू गर्ग कहां हैं तो उनको रेजिस्टर में लीव पर दिखाया गया था जबकी विष्णू गर्ग के हस्ताक्षर रेजिस्टर में थे लेकिन वह स्कूल से नदारद थे. पुलिस ने कार्यवाही करते हुए दोनों डमी अध्यापकों को गिरफ्तार कर लिया.
जांच में यह भी पता लगा है की शिक्षक दंपति ने बच्चों के पोषाहार में भी फर्जीवाड़ा कर घोटाला कर भारी भरकम राशि उठा ली है. इस कार्यवाही के बाद से ही दोनों शिक्षक दंपति फरार चल रहे हैं, लेकिन सरकार ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए रकम वसूलने का मामला दर्ज कराया है.