संवाद
बिहार में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल नियोजित शिक्षकों को जिस दस्तावेज के आधार पर राज्यकर्मी का दर्जा मिलना है, वह ऑफिस के शौचालय में पड़ी रद्दी और कूड़े से बरामद किया गया. वहीं शुक्रवार को खोजबीन के बाद 630 से अधिक नियोजित शिक्षकों के सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश पत्र मिला है. शिक्षा विभाग की इस लापरवाही से इलाके के सभी शिक्षकों में गुस्सा है. पढ़ें पूरी खबर.नियोजित शिक्षक का शौचालय में मिला सर्टिफिकेट
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नूपुर कुमारी से बातचीत
किशनगज: बिहार के नियोजित शिक्षकों की किस्मत जिस दस्तावेज के माध्यम से खुलने वाली थी और राज्यकर्मी का दर्जा मिलना था. वहीं दस्तावेज शिक्षा विभाग के शौचालय और कूड़ेदान के अंदर मिला है. जब विभाग को खबर मिली की 700 नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट गायब हैं तो सर्चिंग शुरू हुई. विभागीय खोजबीन शौचालय तक पहुंची तो सबके होश फाख्ता हो गए. 630 दस्तावेज शौचालय के कूड़ेदान में मिले. जबकि अभी भी लगभग 70 नियोजित शिक्षकों का प्रमाणपत्र कार्यालय से गायब हैं. बता दें कि एक अगस्त से राज्यकर्मी का दर्जा मिलने की काउंसिलिंग शुरू हो रही है.
शिक्षा विभाग के शौचालय में मिला प्रमाण पत्र:*
दस्तावेज गायब होने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नूपुर कुमारी के नोटिस मिलने के बाद जब शुक्रवार को शिक्षा विभाग के रोलबाग स्थित जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के कार्यालय में खोजबीन शुरू की गई तो कार्यालय के कूड़े और शौचालय से 700 मूल प्रवेश प्रमाण पत्रों में से लगभग 630 मूल प्रमाण पत्र बरामद हुआ जो कार्यालय से गायब था.
*किशनगंज शिक्षा विभाग*
शिक्षकों में आक्रोश: नियोजित शिक्षकों के दस्तावेज गायब होने के बाद शिक्षकों में आक्रोश है. लोगों ने शिक्षा विभाग के लापरवाही आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से मामले की जांच के बाद कार्रवाई करने का मांग किया है. ऐसे में वैसे शिक्षकों का एक अगस्त को राज्यकर्मी का दर्जा मिलने के लिए काउंसिलिंग किस आधार पर होगा.
क्लर्क को विभाग ने जारी किया नोटिस: दस्तावेज गायब होने के बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नूपुर कुमारी ने तुरंत में ठाकुरगंज प्रखंड संसाधन केंद्र के लेखा सहायक सुमित कुमार और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के स्थापना कार्यालय के क्लर्क साकेत सुमन के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्यालय से गायब हुए. हालांकि ठाकुरगंज प्रखंड संसाधन केंद्र के लेखा सहायक सुमित कुमार के द्वारा स्थापना कार्यालय के क्लर्क साकेत सुमन को चार माह पूर्व ही ठाकुरगंज शिक्षकों के दस्तावेजों को सौंप दिया गया था.
किशनगंज शिक्षा विभाग कार्यालय
फरवरी में हुई थी सक्षमता परीक्षा: बता दें कि विभाग के द्वारा फरवरी 2024 में सक्षमता परीक्षा आयोजित हुई थी. सफल हुए शिक्षकों का मार्च में वेरिफिकेशन हुआ था.जहां सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश पत्र को आरसी के लिपिकों के माध्यम से जमा किया गया था.
"शिक्षा विभाग के द्वारा फरवरी 2024 को सक्षमता परीक्षा हुई थी. सफल शिक्षकों का मार्च में वेरिफिकेशन के दौरान जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के कार्यालय में प्रवेश पत्र को बीआरसी में जमा लिया गया था.एक प्रखंड की फाइल ऑफिस से गायब था. मैंने नोटिस जारी की तो फाइल मिल गयी. ठाकुरगंज के शिक्षकों का मूल प्रमाण पत्र गायब था. नियोजित शिक्षकों को उसका प्रमाणपत्र वितरण की प्रक्रिया चल रही है. लापरवाह क्लर्क के खिलाफ नोटिस जारी कर आगे जो भी विधि सम्मत कार्रवाई होगी कि जायेगी." -नूपुर कुमारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना
किशनगंज शिक्षा विभाग
एक अगस्त को होगी काउंसिलिंग: अभी एक अगस्त 2024 को जिले में काउंसलिंग होना है. काउंसलिंग में सर्टिफिकेट के साथ सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश पत्र को लेना भी अनिवार्य किया गया है. वहीं जमा शिक्षकों के सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश पत्रों को 20 जुलाई से 22 जुलाई के बीच नियोजित शिक्षकों को वापस किया गया, लेकिन ठाकुरगंज के शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा का एडमिट कार्ड बांटा नहीं किया गया था.