ये था मामला
दरअसल सहायक आयुक्त को टीचर्स के खिलाफ कई शिकायतें मिल रही थी। ऐसे में उन्होंने बीईओ से ऐसे टीचर्स की लिस्ट मांगी, जिनके कारण शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। बीईओ द्वारा सूची देने के बाद सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला ने मेहरवानी ब्लॉक में शराब पीकर आने वाले, दो पत्नी रखने वाले सहित लंबे समय से अनुपस्थित रहने वाले टीचर्स पर कार्रवाई की।
ये टीचर्स नशे में धुत होकर पहुंचते स्कूल
जानकारी के अनुसार बहादुर सिंह मरकाम प्राथमिक शाला ग्वारी टोला, मोहन सिंह मरावी, भद्दे सिंह मरावी, सरजू परते, भारत सिंह मरकाम, संदीप धुर्वे, श्याम सिंह परते, लाल साय मरावी, लक्ष्मी चंद मरावी, लोक सिंह, सुरेश सिंह मरावी शराब पीकर स्कूल आते हैं।
इसी के साथ बेनी प्रसाद, गेंदू सिंह उइके, गोविंद प्रसाद औश्र चंद्रकांत मसराम दो पत्नियां रखे हुए हैं। वहीं मेवा लाल भारतीय, अर्जुन सिंह धुर्वे, रविंद्र मसराम, प्रदीप कुमार मार्को, नवल सिंह भारतीय, अर्जुन सिंह टेकाम, सोमनाथ भवेदी, सकल सिंह पेंड्रो और मुकेश रघुवंशी टीचर्स लंबे समय से अनुपस्थित हैं।
इस प्रकार घोर लापरवाही पाए जाने पर 9 टीचर्स को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं 20 टीचर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। संतुष्टी पूर्ण जवाब नहीं आने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आदिवासी बाहुल्य है जिला
आपको बतादें कि मध्यप्रदेश का डिंडोरी जिला आदिवासी बाहुल्य है। यहां बच्चों पर विशेष ध्यान देना पड़ता है। लेकिन जब टीचर्स ही लापरवाह होंगे तो कैसे बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ेगी। ऐसे में यहां लापरवाही करने वाले टीचर्स पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।