गया पर्यवेक्षण गृह से एएनएमएमसीएच में उपचार के लिए लाए गए एक बाल कैदी को उसके परिजन जबरन घर ले गए और सुरक्षाकर्मी देखते रह गए. दरअसल सात बाल कैदियों को डायरिया की शिकायत पर एएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया था. उन्हीं में से एक कैदी को उसके घर वाले लेकर चले गए. जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों में तहलका मच गया. जानकारी के मुताबिक गया पर्यवेक्षण गृह में बंद एक बाल कैदी को सोमवार की देर शाम डायरिया होने की शिकायत पर पर्यवेक्षण गृह के अधिकारियों ने उसे उपचार के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा था. सात बाल कैदियों को डायरिया की शिकायत हुई थी, जिसके बाद सभी अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया.अस्पताल में उपचार चल ही रहा था कि इसी बीच परिजनों को इसकी सूचना हुई तो एक कैदी के परिजन अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे, जहां कैदियों का उपचार चल रहा था. फिर जबरन 17 वर्षीय एक बाल कैदी को उसके परिजन अपने साथ इलाज कराने की बात बोली और लेकर चले गए.
वहीं बाल कैदी की सुरक्षा में लगे सुरक्षा बल ये सब देखते रह गए और कुछ ना कर सके.
घटना के बाद मंगलवार (09 जुलाई) को पर्यवेक्षण गृह के अधिकारियों की नींद खुली है और पुलिस को इसकी जानकारी दी है. पर्यवेक्षण गृह के अधिकारी लवलेश सिंह ने बताया कि सुरक्षाबलों से जबरदस्ती कर एक बाल कैदी को उपचार कराने के लिए उसके परिजन अपने साथ लेकर चले गए हैं, किसी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसकी खबर नहीं है. सुरक्षा बलो ने बताया कि 5 लोग आए थे और इलाज कराने की बात बताकर जबरन अपने साथ लेकर चले गए हैं. बाल कैदी की सूचना जुटाने में पर्यवेक्षण गृह के अधिकारी जुटे है फिलहाल अभी तक बाल कैदी की जानकारी पुलिस और पर्यवेक्षण गृह के अधिकारी को नहीं है.