पटना में आरजेडी कार्यालय वीरचंद पटेल पथ से सुबह 10 बजे मार्च निकलेगा,
जो डाक बंगला चौराहा होते हुए जिला समाहरणालय हिंदी भवन तक पहुंचेगा. इस मार्च में आरजेडी, कांग्रेस और वामपंथी दलों के नेता शामिल होंगे, जो बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की नाकामियों को गिनाएंगे. दरअसल बिहार में इन दिनों बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर तेजस्वी यादव निरंतर सरकार पर हमलावर थे. इसी बीच वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की कत्ल ने बिहार की सियासत को और गर्मा दिया. विपक्ष ने इसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है और अब महागठबंधन के तमाम नेता इसके विरोध में सड़क पर उतरने की तैयारी कर चुके हैं. बिहार में बढ़ते गुनाह को लेकर तमाम जिलों में प्रतिरोध मार्च निकाला जाएगा. इसमें महागठबंधन के कई बड़े नेता भी सम्मिलित होंगे. पटना में मार्च की अगुवाई तेजस्वी यादव करेंगे.उधर 22 जुलाई से मानसून सत्र भी शुरू होने वाला है, जहां सदन में अपराध ही बहस का सबसे बड़ा मुद्दा होगा. हालांकि नीतीश कुमार ने गुनाह से निपटने के लिए बीते 19 जुलाई को ही बड़ी बैठक बुलाई थी, जिसमें उन्होंने कड़े लहजे में अपराध पर लगाम लगाने के आदेश अधिकाियों को दिए हैं. उन्होंने बोला कि किसी भी स्थिति में दोषी बख्शे नहीं जाएंगे.