माना जा रहा था कि इस मार्च में तेजस्वी भी होंगे लेकिन वह इसमें उपस्थित नहीं थे.
इस पर आरजेडी नेताओं ने बोला, ''तेजस्वी नहीं हैं तो क्या हुआ हम लोग हैं, कार्यकर्ता हैं.''पटना में प्रतिरोध मार्च आरजेडी कार्यालय वीरचंद पटेल पथ से निकला जो डाक बंगला चौराहा होते हुए जिला समाहरणालय हिंदी भवन तक पहुंचेगा. उधर, डाकबंगला चौराहा पर महागठबंधन नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोक दिया गया है. बैरिकेडिंग कर दी गई है. कुछ नेता जिलाधिकार को जाकर ज्ञापन सौंपेंगे.प्रतिरोध मार्च के क्रम में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद अखिलेश सिंह ने बोला कि राज्य में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. बिहार को बस चार-पांच अफ़सर चला रहे हैं. नीतीश के पास गृह विभाग है लेकिन उनको कोई मतलब नहीं. पुलिस, आम लोग और पत्रकारों की कत्ल हो रही है. क़ानून व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए. गुनाह पर लगाम लगाने के लिए ठोस नीति बिहार सरकार बनाए ताकि दोषियों में डर पैदा हो.