प्रदेश में आतंकराज स्थापित हो चुका है.
निरंतर बोल रहा हूं कि बिहार की डबल इंजन पावर्ड सरकार में सत्ता संपोषित, सत्ता संरक्षित और सत्ता प्रायोजित सरकारी अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ चुका है कि वो जब चाहे, जहां चाहे, जैसे चाहे, कैसे भी, किसी की भी कत्ल कर सकते हैं.'आगे उन्होंने लिखा कि 'एनडीए सरकार सच्चाई स्वीकारने की बजाय वही घिसा-पीटा डायलॉग दोहरती रहती है कि सुशासन का राज है जबकि प्रतिदिन सैकड़ों लोग आपराधिक घटनाओं में अकाल मृत्यु मारे जा रहे हैं. हम तो क्राइम बुलेटिन भी जारी करते हैं, लेकिन अहंकारी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता. टायर्ड नेता और रिटायर्ड अधिकारी प्रदेश की विधि व्यवस्था सम्भालेंगे तो यही हश्र होगा.'बता दें कि बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की कत्ल अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियार से कर दी. मंगलवार की सुबह उनका क्षत-विक्षत शव दरभंगा के सुपौल बाजार स्थित उनके घर से बरामद किया गया. वहीं, इस घटना के बाद बिहार में राजनीतिक जिक्रबाजी तेज हो गई है. विपक्ष निरंतर हमलावर है.