बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कुछ राज्यों के कई जिलों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग की है. निशिकांत दुबे की इस मांग पर समर्थन में बिहार बीजेपी से पहली आवाज उठी है. सोमवार (29 जुलाई) को बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बोला कि निशिकांत दुबे की चिंता जायज है.हरिभूषण ठाकुर ने बोला, "मैं बोलना चाहता हूं कि बिहार में अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार में भारी संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठिए आ गए हैं. हिंदुओं की आबादी वहां घट रही है. बिहार के इन जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठिया हिंदू महिलाओं से शादी कर रहे हैं व अवांछित गतिविधियों में भी सम्मिलित हैं. बांग्लादेशी घुसपैठियों ने धार्मिक और सामाजिक असंतुलन पैदा कर दिया है."बचौल ने बोला, "जनसंख्या का संतुलन बिगड़ रहा है. केंद्र सरकार ठोस कदम उठाए. बिहार, झारखंड और बंगाल के कुछ जिलों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बना दे. जल्द फैसला लिया जाए, क्योंकि हमने देखा है जहां-जहां हिंदुओं की संख्या घटी है वहां विभाजन की मांग उठने लगी और वह क्षेत्र देश से कट गया. बिहार के इन जिलों में हिंदू समाज अल्पसंख्यक बन गया. केंद्र सरकार अविलंब कार्रवाई करे."
उधर आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने इस बयान पर बोला है कि बीजेपी नेता हरिभूषण ठाकुर बचौल को देश से बाहर कर देना चाहिए.
ऐसे नेता हिंदू मुसलमान दोनों के लिए खतरा हैं.
देश में 10 सालो से किसकी सरकार है? बिहार की सरकार में जेडीयू के साथ कौन दल है?बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल के बयान पर जेडीयू की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. जेडीयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने बोला कि जहां तक सीमा पार से बांग्लादेशी घुसपैठ का प्रश्न है तो इस तरह के बयान से बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स पर बीजेपी नेता प्रश्न खड़े कर रहे हैं.
जेडीयू नेता ने बोला, पिछले 10 सालों में केंद्र में एनडीए की सरकार है. बिहार में 17 सालों से एनडीए की सरकार है. ऐसे बयान ना सिर्फ बिहार में गठबंधन के खिलाफ हैं बल्कि ऐसे नेता अपनी पार्टी बीजेपी को भी कटघरे में खड़ा करने का कार्य कर रहे हैं. इस तरह के बयान से विपक्ष को फायदा पहुंच रहा. हम लोगों को नहीं लगता कि बिहार, बंगाल और झारखंड के कुछ जिलों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की आवश्यकता है. बिहार में तो सब सामान्य है.