बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री अशोक चौधरी ने प्रदेश की राष्ट्रीय जनतांत्रिक सरकार सरकार की कथित विफलताओं को उजागर करने के लिए राज्यव्यापी यात्रा प्रारंभ करने का निर्णय करने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की शनिवार (03 अगस्त) को आलोचना की. उन्होंने बोला कि आरजेडी कभी भी दलितों और आदिवासियों की हितैषी नहीं रही है.दरअसल राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने 15 अगस्त से ‘यात्रा’ शुरू करने की घोषणा की है. इसके एक दिन बाद जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव पर आक्रमण करते हुए एक बयान जारी किया. जिसमें उन्होंने बोला, "तेजस्वी यादव ने संवाददाता सम्मेलन में वंचित जातियों के लिए बढ़ाए गए आरक्षण को बहाल करने की नीतीश कुमार सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रश्न उठाया और इल्जाम लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद हमारी पार्टी बिहार को विशेष दर्जा दिलाने में असफल रही.
उन्होंने यह भी दावा किया था कि राज्य में गुनाह तेजी से बढ़ रहा है".
इस पर निशाना साधते हुए ग्रामीण विकास मंत्री और दलित नेता चौधरी ने बोला कि तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी 15 वर्ष तक बिहार में सत्ता पर काबिज रहने के बाद भी पंचायतों में अनुसूचित जातियों और जनजातियों को आरक्षण देने में असफल रही. किसी जमाने में कांग्रेस का हिस्सा रहे और तेजस्वी की मां राबड़ी देवी की सरकार में मंत्री रहे चौधरी ने ये भी बोला कि दलितों को उनका संवैधानिक अधिकार (पंचायत में आरक्षण) 2005 में नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद ही मिला. उन्होंने बोला, "आरजेडी कभी भी दलितों और आदिवासियों की हितैषी नहीं रही" चौधरी ने बोला कि नीतीश कुमार ने ही एससी और एसटी कल्याण के लिए विभाग बनाया था, जिसके लिए बड़ी मात्रा में बजटीय आवंटन किया जाता है.