वहीं, डॉक्टरों की टीम ने गांव के चापाकल से निकलने वाला दूषित पानी और तालाब में जमे पानी से डायरिया फैलने की आशंका जताई है.
इस पूरे मामले पर गया सिविल सर्जन डॉ. रंजन कुमार सिंह ने बताया कि डायरिया फैलने की खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सकों की टीम को गांव में भेजा है. गांव पहुंचकर कारणों को जानने का प्रयत्न किया जा रहा है. अभी स्थिति नियंत्रण में है. डायरिया से ग्रसित मरीजों को आवश्यकतानुसार दवाएं दी जा रही हैं.डायरिया के लक्षणों में पेट में दर्द सम्मिलित है. वहीं, अगर कोई बैक्टीरिया-संबंधी या वाइरल इंफेक्शन पेट और इंटेस्टाइन को प्रभावित कर रहा है, तो पेट में दर्द के साथ अन्य लक्षण भी होंगे जैसे मतली, उल्टी, डायरिया, बुखार, पीलापन. वहीं, इसके उपचार में डायरिया के कई मामले शार्ट टाइम के लिए ही होते हैं और घरेलू उपचार जैसे कि हेल्दी आहार, फ्लूइड और दवाइयों के सेवन से इसे ठीक किया जा सकता है, लेकिन ज्यादा सही ये है कि आप तुरंत डॉक्टर से राय लें.