साथ ही इन शिक्षकों ने किन वजहों से अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज नहीं की है?
इसका ब्योरा तलब किया गया है.शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के उपस्थिति में सुधार लाने के लिए पांच जून से सभी सरकारी विद्यालय के शिक्षकों के लिए ई-शिक्षा कोष ऐप के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने का आदेश दिया था. शिक्षकों के उपस्थिति की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि 410 शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज नहीं की है. ऑनलाइन उपस्थिति नहीं बनाने में सर्वाधिक बरौली प्रखंड के 54 शिक्षक सम्मिलित हैं, जबकि सबसे कम नौ शिक्षक थावे प्रखंड के बताये जाते हैं.बरौली प्रखंड में 54, बैकुंठपुर प्रखंड के 44, भोरे प्रखंड के 33, सदर प्रखंड के 50, हथुआ प्रखंड के 34 तथा कटेया प्रखंड के 16, थावे प्रखंड में नौ शिक्षकों ने 21 अगस्त तक अपनी उपस्थिति ई-शिक्षा कोष ऐप के माध्यम से दर्ज नहीं की है. इसके अलावा कुचायकोट प्रखंड के 40, माझा प्रखंड के 21, पंचदेवरी प्रखंड के 15, फुलवरिया प्रखंड के 17, सिधवलिया प्रखंड के 38, उचकागांव प्रखंड के 25 तथा विजयीपुर प्रखंड के 14 शिक्षक अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज नहीं कर रहे हैं. इन शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए ब्योरा मांगा गया है.