तत्काल तो वह सहायता मिली नहीं है.
पता नहीं 10 वर्ष में मिलेगा, पांच वर्ष में मिलेगा या कब पूरा होगा. तो कहीं न कहीं बिहार की जनता को धोखा दिया गया है."इस प्रश्न पर कि स्पेशल स्टेटस को लेकर सरकार की तरफ से दलील दी जाती है कि बिहार विशेष राज्य के दर्जे वाले मानकों पर फिट नहीं बैठता है. इस पर मीसा भारती ने बोला, "तो फिर प्रधानमंत्री को बिहार जाकर ये बात नहीं करनी चाहिए थी. प्रधानमंत्री बिहार की जनता से माफी मांगें कि मैंने झूठ बोला था. वोट के लिए यह बात बोली थी. क्या प्रधानमंत्री जी इस बात के लिए तैयार हैं?"दरअसल बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला है और इसकी मांग सालों से हो रही है. इसी क्रम में शुक्रवार को आरजेडी के सांसदों ने संसद भवन के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया. केंद्र को निशाने पर लेते हुए सांसदों ने बोला कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देना होगा. पीएम मोदी और नीतीश कुमार बिहार को ठगना बंद करें.