घटना के संबंध में बताया जाता है कि मोहम्मद साह आलम एयरफोर्स में डॉक्टर थे.
20 वर्ष सेवा देने के बाद वह जनवरी 2024 में रिटायर्ड हो गए और पैतृक गांव में अपने ही मकान में दवा की दुकान खोलकर लोगों की सेवा करने लगे. बताया जा रहा है कि पति-पत्नी के बीच विवाद को लेकर गोरखपुर स्थित कोर्ट में केस चल रहा था. कोर्ट में मामला चला जिसके बाद मोहम्मद साह आलम के पक्ष में निर्णय आया था. वहीं इस मामले में गांव के मुखिया के पति नयाब आलम ने बताया कि खुदकुशी की जानकारी उन्हें सुबह मिली है. इसके बाद मौके पर पहुंचे. कमरे की खिड़की तोड़कर पंखे से उतारकर रक्सौल के एक निजी अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर सुजीत कुमार ने मृत घोषित कर दिया. हालांकि मृत्यु पहले ही हो चुकी थी. फिर भी संतुष्टि के लिए अस्पताल लाया गया था.मोहम्मद साह आलम के भाई सगीर अंसारी ने बताया कि जबसे उनके भाई की शादी हुई कुछ ही दिनों बाद ससुराल वाले तंग करने लगे थे. पत्नी साजिया खातून हमेशा पैसों की डिमांड करती थी. एयरफोर्स कोर्ट में पति-पत्नी के विवाद का मामला में चल रहा था. साथ ही प्रश्न उठाया कि एक सेना का आदमी आत्महत्या कैसे कर सकता है? इसी से समझा जा सकता है कि ससुराल से कितना प्रताड़ित किया जाता था कि खुदकुशी करने की नौबत आ गई. वहीं रक्सौल थानाध्यक्ष ने बताया कि लाश का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. आगे छानबीन की जा रही है.