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क्या है 'एक कैंडिडेट एक रिजल्ट' फॉर्मूला, जिसको लेकर बिहार में मचा है बवाल, विस्तार से समझिए

संवाद 
बिहार में पिछले कई महीनों से शिक्षक अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है. हाल ही में इस विरोध प्रदर्शन ने जोर पकड़ लिया. प्रदर्शनकारी छात्र बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) कार्यालय की ओर बढ़ रहे थे, वो जैसे ही पुनाईचक इलाके में पहुंचे, पटना पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए उनपर लाठीचार्ज शुरू कर दिया.

बताया जा रहा है कि पुलिस के इस बल प्रयोग में 10 से भी अधिक छात्र घायल हुए हैं. दरअसल, ये छात्र बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा में बदलाव की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे यानी वो ‘एक स्टूडेंट एक रिजल्ट’ फॉर्मूला की मांग कर रहे थे.

 क्या है ‘एक स्टूडेंट एक रिजल्ट’ फॉर्मूला?
दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती परीक्षा में काफी छूट दे रखी है, जिसके तहत कोई भी उम्मीदवार एक साथ कई शिक्षण पदों पर आवेदन कर सकता है यानी वो प्राथमिक स्कूलों में टीचर बनने के लिए भी आवेदन कर सकता है और मध्य और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में भी शिक्षक पद के लिए आवेदन कर सकता है. छात्र इस नियम को भर्ती प्रक्रिया में खामी बता रहे हैं और इसी को लेकर विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस नियम से अन्य शिक्षक अभ्यर्थियों को मौका नहीं मिल पाता.

छात्रों का तर्क है कि अगर एक उम्मीदवार कई पदों के लिए परीक्षा देता है और सभी परीक्षाएं पास कर लेता है तो उसका एक ही रिजल्ट घोषित किया जाना चाहिए यानी बीपीएससी की ओर से ‘एक अभ्यर्थी एक रिजल्ट’ फॉर्मूला लागू किया जाना चाहिए. शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि इससे शिक्षकों के अन्य पद खाली नहीं रहेंगे, क्योंकि उन पदों पर दूसरे उम्मीदवारों को नौकरी का मौका मिल सकेगा.

 एक साथ आए थे कई रिजल्ट

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिक्षक उम्मीदवारों का कहना है कि बीपीएससी ने शिक्षक भर्ती परीक्षा के पहले और दूसरे चरण के परिणाम जारी किए थे, उसमें एक ही अभ्यर्थी के एक साथ कई रिजल्ट आए थे यानी वो प्राथमिक स्कूलों, मध्य विद्यालय, माध्यमिक स्कूल और उच्चतर माध्यमिक स्कूल, तीनों के लिए परीक्षा में उतीर्ण हो गया था, लेकिन आखिर में उसे करनी तो एक ही नौकरी थी. अब ये उम्मीदवारों पर निर्भर करता है कि वो किस एक पद पर नौकरी करना चाहते हैं. ऐसे में जाहिर है कि दो सीटें खाली ही जाएंगी. यही दो सीटें खाली न जाएं, इसको लेकर छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं कि बीपीएससी ‘एक स्टूडेंट एक रिजल्ट’ फॉर्मूले को लागू करे, ताकि दूसरों को भी अवसर मिल सके.

 तीसरे चरण में 87 हजार पदों पर भर्तियां

बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण में कुल 87,774 शिक्षक पद भरे जाएंगे, जिसमें करीब 4 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया है. प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के कुल 28,026 पद, मध्य स्कूलों में शिक्षकों के कुल 19,645 पद, माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों के 16,970 पद और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों के कुल 22,373 पदों पर भर्तियां होनी हैं. इस महीने के अंत तक इसके रिजल्ट आने की उम्मीद है.

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