घंटों देर तक उन्हें कतार में खड़ा रहना पड़ रहा है.
मरीजों व उनके परिजनों का बोलना है कि एक तो सदर अस्पताल में ऐसे ही बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं जिसमें काफी समय लग जाता है. अब कोविड जांच अनिवार्य किए जाने के बाद परेशानी और बढ़ गई है. ओपीडी में डॉक्टरों के बैठने का समय निर्धारित है. विलंब होने पर चिकित्सक मरीज का उपचार करना नहीं चाहते हैं. वहीं, अब कोविड जांच के लिए मरीजों को घंटों खड़ा रहना पड़ रहा है. यह मरीजों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है.सदर अस्पताल में ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे मरीज कोविड जांच की अनिवार्यता के बाद काफी परेशान दिखे. घंटों देर तक लोगों को गर्मी में लाइन में खड़ा रहना पड़ा. मरीजों व परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से काउंटर की संख्या बढ़ाने की मांग की है, ताकि लोगों का समय से जांच व अपनी बीमारी का इलाज कराने में सहुलियत हो. इस बाबत अस्पताल उपाधीक्षक ने बोला कि जल्द ही व्यवस्था को सुदृढ़ कर लिया जाएगा. उपलब्ध साधन-संसाधन के माध्यम से मरीजों का सही तरीके से इलाज किया जा रहा है.गौरतलब है कि सदर अस्पताल के ओपीडी में उपचार कराने के लिए बड़ी संख्या में मरीज पहुंचते हैं. जिले का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल होने के नाते यहां मरीजों की अधिक भीड़ रहती है. स्वास्थ्यकर्मियों के मुताबिक, ओपीडी में प्रत्येक दिन 600 से अधिक मरीज अपना उपचार कराने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में ओपीडी में इलाज कराना लोगों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है.