जन सुराज की तरफ से शुक्रवार (23 अगस्त) को पीके का यह बयान जारी किया गया है.
पीके ने नीतीश पर आक्रमण करते हुए बोला कि उन्होंने बिहार के युवाओं से वादा किया था कि उनकी सरकार हर 18 से 35 साल के बेरोजगार युवाओं को एक हजार का बेरोजगारी भत्ता देगी. इसके साथ ही सात निश्चयों में से एक निश्चय यह भी था कि एक करोड़ से ज्यादा परिवारों के बच्चों को 12वीं से आगे तक की पढ़ाई के लिए सस्ता कर्ज दिया जाएगा. बिहार सरकार के आंकड़ों के अनुकूल पिछले 10 सालों में मात्र 9 लाख को ही इसका फायदा मिला. नीतीश कुमार का 12 लाख नई नौकरी देने का ऐलान करना केवल एक चुनावी जुमला है.
प्रशांत किशोर ने बोला कि इसके साथ ही सात निश्चयों में से एक निश्चय यह भी था कि नाली-सड़कों का पक्कीकरण किया जाएगा, जो ग्रामीण क्षेत्रों में एक बड़ी समस्या है. यदि आप गांवों में जाएंगे, तो यह मालूम पड़ता है कि 80 करोड़ की इस योजना में केवल भ्रष्टाचार हुआ है, असलियत में इसपर कोई कार्य नहीं हुआ है.