चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज (Jan Suraaj) के सूत्रधार प्रशांत किशोर पार्टी बनाने वाले हैं. 2 अक्टूबर को पार्टी का गठन होगा. इससे पहले बिहार में खूब राजनीति हो रही है. जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अब एक बड़ा बयान दिया है. अब उन्होंने पैसे देकर लोगों को जोड़ने वाले प्रश्नों पर अपना रुख साफ किया. उन्होंने बोला कि जन सुराज सत्ता में नहीं है. आरजेडी और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर ताना कसते हुए उन्होंने बोला कि शराब और बालू माफिया से पैसा इन लोगों ने लिया है और फिजूल की बयानबाजी कर रहे हैं. बीते गुरुवार (15 अगस्त) को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीके ने यह बात बोली है.प्रशांत किशोर ने आगे बोला कि अगर मान लीजिए हम पैसा दे भी रहे हैं तो आप ज्यादा पैसा दे दीजिए. आपके पास पैसे की कमी तो है नहीं, 30 सालों से बिहार को आप लोगों ने लूटा है. प्रशांत किशोर ने लालू परिवार पर आक्रमण करते हुए बोला कि आपने नौकरी के बदले कई लोगों से जमीन लिखवाई है. अपने लिए मॉल बनवाया है.
कम से कम उस पैसे का इस्तेमाल अपने ही कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए कर लीजिए.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के क्रम में एक पत्रकार ने बोला कि आरजेडी विधायक की तरफ से टिप्पणी की गई है कि प्रशांत किशोर का टाइटल ‘पांडेय’ है. इस पर प्रशांत किशोर ने साफ बोल दिया कि आरजेडी के विधायक और मंत्री के बेतुके वक्तव्य पर अब हम टिप्पणी करने लगे, ये हमारा स्तर नहीं है.आगे उन्होंने बोला , "बिहार में जितने भी राजनीतिक दल हैं, उनके आका की कभी भी गाड़ी फंसती है तो वह प्रशांत किशोर से ही सलाह लेने आते हैं. 2015 में लालू जी अपने ही विधायक को बोलते थे कि यही हम लोग को बुद्धि देते हैं. वह बताते हैं कि मीडिया में क्या कुछ बोलना है. नाम और जाति पर सियासत करने वाले लोगों ने बिहार को बर्बाद कर दिया है, किसी को जाति से निकलने नहीं देते हैं और जाति के नाम पर शोषण करते हैं."