मैं सौरभ बब्बर कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा। अंत में मैं और मेरी धर्म पत्नी मोना बब्बर अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं। प्रॉपर्टी, दुकान और हमारा किशनपुरा वाला मकान मेरे दोनों बच्चों के लिए है। हमारे दोनों बच्चे अपने नाना-नानी के घर रहेंगे। इनका जीवन अब हम पती-पत्नी उनके हवाले करके जा रहे हैं। बच्चे हमारे वहीं रहेंगे, हमें किसी और पर भरोसा नहीं है। हमने लेनदारों को अधाधुंध ब्याज दिया है। हम अब और नहीं दे पा रहे हैं। हम जहां सुसाइड करेंगे। उस जगह जाकर वहां की फोटो हम वॉट्सऐप पर शेयर कर देंगे।
सोमवार को सहारनपुर के एक सर्राफा कारोबारी और उनकी पत्नी ने गंगा में कूदकर सुसाइड कर लिया। दोनों सुसाइड करने के लिए नई बाइक से हरिद्वार पहुंचे और एक-दूसरे का हाथ पकड़कर छलांग लगा दी। कारोबारी का शव गंगा में उतराता मिला जबकि पत्नी अभी भी लापता है।