मीसा भारती ने आगे बोला कि सरकार कहती कुछ और है करती कुछ और है
देश में अल्पसंख्यकों की स्थिति क्या है? उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया जा रहा है? इस पर सरकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं आती है. आप महिलाओं पर बात करते, इतना समय बीत गया लेकिन मणिपुर पर प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं बोला. बिल को लेकर इस प्रश्न पर कि बोला जा रहा है कि इसमें महिलाओं का प्रतिनिधित्व होगा. वक्फ के जो असिमित अधिकार हैं उसको अगर कहीं चेक करने की कोशिश है तो इस पर आपत्ति क्या हो सकती है? मीसा भारती ने बोला, "देखिए उदाहरण है न हमारे सामने, मणिपुर उदाहरण है, हमने देखा कि प्रधानमंत्री जी ने इसके ऊपर कुछ भी नहीं बोला. महिलाओं के साथ किस तरीके का दुर्व्यवहार किया गया है जो वहां के हालात हैं. तो कथनी और करनी में बहुत फर्क होता है. देखते हैं कि सरकार जो बोल रही है वो बिल के भीतर सचमुच है या नहीं. सदन में आता है तो देखते हैं."