छात्र नेता दिलीप कुमार का बोलना है कि शिक्षक बहाली के फेज 1 और फेज 2 में मल्टीपल परिणाम दिए गए थे.
इससे हजारों सीट खाली रह गई थी. उन्होंने यह भी बोला है कि टीआरई 3 की शिक्षक बहाली में ऐसा नहीं होना चाहिए. वहीं प्रदर्शन करने पहुंचे शिक्षक अभ्यर्थियों की एक मांग यह भी थी कि बिहार सरकार के आरक्षण नियम के अनुकूल आरक्षण दिया. आरक्षण को ध्यान में रखते हुए टीआरई 1 और टीआरई 2 को पुनः संशोधित परिणाम जारी किया जाए. अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों को दिव्यांग आरक्षण से बाहर करते हुए टीआरई 3 में बिहार के मूल निवासियों को आरक्षण दिया जाए.अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन और बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने के लिए सैकड़ों की संख्या में निकले शिक्षक अभ्यर्थियों को पहले ही पुलिस ने रोक दिया. हालांकि जब कुछ अभ्यर्थी नहीं रुके और वे आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे थे तो लाठीचार्ज करते हुए रोका गया. बता दें कि बिहार में शिक्षकों की भर्ती के लिए बीपीएससी की तरफ से अब परीक्षा ली जा रही है. इसलिए छात्र बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने आए थे.