इसके लिए आयोग ने 2 सितंबर से 23 सितंबर 2024 तक का समय रखा है.
इस समय अवधि में जो भी तांती-ततवा जाति के अभ्यर्थी हैं उन्हें ऑनलाइन सुधार करना होगा, नहीं तो अभ्यर्थियों पर फैसले लेने के लिए आयोग स्वतंत्र रहेगा.
दरअसल, पहले से जिक्र थी कि टीआरई-3 की शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट सितंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में आ सकता है, लेकिन बीपीएससी के इस नोटिस के बाद यह तय हो गया है कि अब 23 सितंबर तक तो किसी भी हाल में रिजल्ट जारी नहीं होगा. प्राइमरी से लेकर उच्च माध्यमिक के शिक्षक भर्ती का परिणाम अब सितंबर महीने के अंत में यानी 25 सितंबर के बाद ही आ सकेगा. इसके साथ ही टीआरई-4 के विज्ञापन में भी देरी होना तय माना जा रहा है.बता दें कि राज्य सरकार की अधिसूचना पर 2 जुलाई 2015 में तांती-ततवा जाति को पूर्व में रहे अति पिछड़ा जाति से हटाकर अनुसूचित जाति में सम्मिलित कर दिया गया था. इसके बाद डॉ. भीमराव आंबेडकर विचार मंच ने राज्य सरकार के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. काफी लंबे वक्त के बाद 15 जुलाई 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया कि तांती-ततवा जाति को अनुसूचित जाति की सूची से अलग कर दिया जाए और पूर्व की तरह अति पिछड़ा जाति में सम्मिलित किया जाए. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद राज्य सरकार ने 12 अगस्त को तांती-ततवा जाति को अनुसूचित जाति की सूची से बाहर कर दिया.