सरकार प्रॉपर्टी को वापस करने का बिल लाए.
यह देशहित और जनहित में होगा."प्रश्नों के जवाब में आगे बढ़ने बोला, "देश के खजाने से अल्पसंख्यक को एक चवन्नी नहीं दी जाती, लेकिन सिक्का देने का हल्ला सरकार करती है. हम पॉलिटिकल गठबंधन से ऊपर उठकर सीधी बात कर रहे हैं. वक्त बोर्ड से हमारा भी रिश्ता है. वक्फ बोर्ड के लिए बेहतर काम करके नीतीश कुमार ने देश में एक मॉडल पेश किया है. वक्फ बोर्ड के अधिकारों में संशोधन करने का अधिकार केंद्र सरकार को नहीं है. बीजेपी तो पूरा संविधान ही बदल रही है."प्रश्न उठाते हुए गुलाम रसूल बलियावी ने बोला कि क्या मठ और आंगनबाड़ी के लिए भी केंद्र सरकार यह संशोधन बिल लाएगी? जो नियम कानून वक्फ बोर्ड के लिए है इस नियम कानून के तहत देश में मठ भी चल रहे हैं. केंद्र सरकार देश भर के मठाधीश और मंदिरों के महा संतों को बुलाकर बात करे. मठाधीशों और संतों से बात करके कहे कि जो वक्फ बोर्ड के साथ हो रहा है वही मठ और मंदिर के साथ भी होगा. एक प्रश्न के जवाब में बोला कि नीतीश कुमार के सामने सब कुछ है. हम उनको क्यों मशविरा दें? वह खुद तय करें आगे क्या करना है.