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नवादा की 'आग' से 'गर्म' हुई सियासत, 10 लोग गिरफ्तार, क्या है घटना की वजह? | बड़ी बातें


संवाद 

नवादा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर में बुधवार (18 सितंबर) की शाम दबंगों ने कई घरों में आग लगा दी. दावा किया जा रहा है कि 80 के करीब घर हैं जिसे आग के हवाले किया गया है. जानकारी के बाद पुलिस और वरीय अधिकारी मौके पर आए. स्थिति को नियंत्रित किया. हालांकि महादलित टोले में हुई इस वारदात के बाद प्रदेश की सियासत भी गर्म हो गई है. प्रश्न है कि घटना के पीछे की वजह क्या है?

 रिपोर्ट में जानिए 10 बड़ी बातें.

(1) सबसे पहले यह जान लें कि जहां यह वारदात हुई है वह महादलित टोला है. यहां लोग बीते 10-12 सालों से अवैध तरीके से कब्जा करके रह रहे हैं.


2) महादलित टोले के 48 लोगों ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन नहीं दी गई थी. 12 जुलाई 2024 को मुफस्सिल थाने में लोगों ने आवेदन दिया था. आवेदन देते हुए बोला था कि दबंग आते हैं और इलाके में गोलीबारी भी की जाती है.


3) टोले में रहने वाले गौतम कुमार का बोलना है कि 1995 से पूर्वज इस जमीन पर खेती करते आए हैं. बीते लगभग 10-12 सालों से इस जमीन पर 80 से 85 घर बनाकर लोग रह रहे हैं. इस संबंध में दबंगों पर नवंबर 2023 में उन्होंने सिविल कोर्ट में परिवाद भी दायर किया था.

(4) ऐसे में यह साफ हो गया है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर में हुई इस वारदात के पीछे भूमि विवाद ही वजह है. हालांकि पुलिस की जांच और आगे गिरफ्तार हुए लोगों से पूछताछ के बाद बाकी खबर सामने आएगी.


5) नवादा के डीएम आशुतोष कुमार वर्मा ने बताया कि अभी तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया. ग्रामीणों के बयान के आधार पर और लोगों की शिनाख्त की जा रही है. फिलहाल बड़ी संख्या में जिला प्रशासन और पुलिस की टीम इलाके में कैंप कर रही है.

(6) नवादा के एसपी अभिनव धीमान ने बोला कि इस मामले में जो लोग आरोपी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. घटना की खबर मिलते ही 15 मिनट के भीतर पुलिस पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी गई है. 10 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है.


(7) इस पूरे मामले में सियासत शुरू हो गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नवादा में हुई इस घटना पर सरकार को घेरा है. तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, "महा जंगलराज! महा दानवराज! महा राक्षसराज! नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगाई आग. नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, NDA के सहयोगी दल बेखबर! गरीब जले-मरे इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा."

(8) नवादा की वारदात पर जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बोला कि प्रथम दृष्टया भूमि विवाद का मामला लगता है. घटना के 20 मिनट बाद ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है. घटना में किसी के जख्मी होने की जानकारी नहीं है. सामाजिक समरसता बिगड़ने के किसी भी प्रयास को सरकार कामयाब नहीं होने देगी.

(9) बीजेपी नेता और मंत्री जनक राम ने बोला कि यह महागठबंधन की साजिश है. जिस प्रकार तेजस्वी यादव के माता-पिता के शासनकाल में समाज के भीतर नफरत फैलाई गई, अगड़ी-पिछड़ी जाति की लड़ाई की गई, एक बार फिर उसी को हवा देने की कोशिश हो रही है. दलितों को निशाना बनाया जा रहा है. दलितों का घर जलाकर उनमें खौफ फैलाई जा रही है, लेकिन किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है. बिहार में नीतीश कुमार की सुशासन वाली सरकार है. जो भी आरोपी है उस पर जल्द एक्शन होगा.

(10) कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने सरकार से त्यागपत्र मांगा है. उन्होंने बोला कि बिहार में लॉ एंड आर्डर समाप्त है. सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है. इस सरकार को एक मिनट भी रहने का हक नहीं है. 80 परिवार के घरों को जला दिया गया. यह दलित के ऊपर नहीं बल्कि बाबा भीमराव आंबेडकर के संविधान के ऊपर प्रहार है.


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