इसमें सभी जिलों में अलग-अलग राशि उपलब्ध की गई है.
सबसे अधिक राशि पूर्वी चंपारण जिले को 75 करोड़ 90 लाख 74 हजार रुपया दिया गया है. सबसे कम राशि शिवहर को 5 करोड़ 90 लाख 59 हजार 208 रुपये दिए गए हैं. राजधानी पटना के शिक्षकों के लिए 44 करोड़ 45 लाख 95 हजार रुपये की राशि आवंटित की गई है. बताया जा रहा है कि यह राशि एक महीने की सैलरी के लिए है. कुछ वजहों से कुछ शिक्षकों की सैलरी पिछले महीने या दो-तीन महीने की रुकी हुई है उन सब का भुगतान भी इसी मद से कर दिया जाएगा. अगर आवंटित राशि में सैलरी देने के बाद पैसे बच जाते हैं तो अगले महीने भी इसी मद से भुगतान किया जाएगा. इसकी जानकारी शिक्षा विभाग के मुख्य कार्यालय को दी जाएगी.जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को आदेश दिया गया कि जिले में पूर्व से उपलब्ध राशि की समीक्षा करते हुए वेतन भुगतान कर राज्य के मुख्य कार्यालय को सूचित करेंगे. वेतन भुगतान में अनियमितता पाए जाने पर इसकी पूरी जवाबदेही जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं कार्यक्रम पदाधिकारी की होगी और उन पर कार्रवाई की जाएगी.बता दें कि नियोजित शिक्षक और अपग्रेड स्कूल के नियमित शिक्षकों को समग्र शिक्षा अभियान के तहत तनख्वाह का भुगतान किया जाता है जबकि बिहार सरकार की तरफ से चयनित बीपीएससी के शिक्षकों एवं पूर्व के नियमित शिक्षक जिन्हें अपग्रेड स्कूलों में नहीं भेजा गया है उन सबकी सैलरी ट्रेजरी से दी जाती है. वह प्रत्येक महीने की एक तारीख को दे दी जाती है, लेकिन नियोजित शिक्षकों के लिए सर्व शिक्षा अभियान से आवंटन होने पर ही सैलरी मिल पाती है.