कोर्ट में भी मामला चल रहा है.
वहां दो जातियां विशेषकर रह रही हैं. उस जमीन को भू माफिया हड़पना चाहते हैं. केस अभी चल ही रहा है. कब्जा करने वालों को ये लग रहा है कि ये लोग (पीड़ित परिवार) पहले से रह रहे हैं और अनुसूचित जाति से हैं तो जमीन की बंदोबस्ती इनके नाम से हो जाएगी. इसलिए इन लोगों को यहां से भगाओ. पेट्रोल छिड़ककर करीब 40-50 घरों को आरोपितों ने ध्वस्त कर दिया है.उधर दूसरी तरफ जीतन राम मांझी ने इस घटना को लेकर बोला, "एक आदमी की मृत्यु हो गई है. मैंने एसपी और कलेक्टर से बात की है और राहत कार्य जारी है. अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और अन्य को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा. मैं 22 सितंबर को मौका-मुआयना करूंगा और मांग करूंगा कि सभी लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिए जाएं.'' हालांकि गुरुवार देर शाम तक प्रशासन की तरफ से किसी व्यक्ति की मृत्यु की पुष्टि नहीं की गई थी.