अब जैसे ही जीतन राम मांझी ने यादवों का जिक्र किया है तो लालू यादव गुस्सा गए हैं.
इसी पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए बोला कि हम देखेंगे कौन समाज के लोग थे.जीतन राम मांझी के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई है. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बोला कि जीतन राम मांझी केंद्र सरकार में मंत्री हैं. प्रदेश में मुख्यमंत्री रहे हैं. वह इस तरह की भाषा जातीय उन्माद फैलाने वाली ना कहें. यह हाफ पैंट वालों की भाषा बोल रहे हैं. बीजेपी के साथ जाकर ऐसा बोल रहे हैं. अपराधी की कोई जाति या कोई धर्म नहीं होता है. प्रश्न उठाया कि सरकार क्या कर रही है? कहां है बिहार में कानून का राज?
मृत्युंजय तिवारी ने बोला कि यह राक्षस राज है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बोला है महा राक्षस राज है. सरकार में बैठे लोग बेफिक्र हैं और जीतन राम मांझी इस तरह का ज्ञान दे रहे हैं. कानून-व्यवस्था चौपट है. 100 दलित भाइयों का घर आग के हवाले कर दिया गया और जीतन राम मांझी इस तरह का बयान देकर आप करना क्या चाहते हैं?