व्यक्तिगत यात्रा पर जाने की ज्यादा कोशिश करते हैं."
बता दें कि 10 सितंबर से तेजस्वी की कार्यकर्ता संवाद यात्रा बिहार में शुरू हुई थी लेकिन आज (17 सितंबर) वह मुजफ्फरपुर से पटना लौट रहे हैं. वैसे पहला चरण 10-17 सितंबर तक ही था. लैंड फॉर जॉब मामले में तेजस्वी यादव दोषी हैं. राउज एवेन्यू कोर्ट (दिल्ली) की तरफ से विदेश जाने की इजाजत मिल गई है. 10 सितंबर को कोर्ट ने यह निर्णय सुनाया था. उनको 18 सितंबर से 8 अक्टूबर तक विदेश जाने की इजाजत मिली है. इसके लिए कोर्ट से तेजस्वी यादव को 25 लाख रुपये जमा करने का आदेश भी मिला है. लैंड फॉर जॉब मामले में दोषी होने के वजह से जमानत की शर्तों के तहत तेजस्वी को पासपोर्ट कोर्ट में सरेंडर किया है. ऐसे में देश से बाहर जाने के लिए उन्हें कोर्ट से इजाजत लेनी पड़ती है. तेजस्वी ने विदेश दौरे के लिए कोर्ट से अपील की थी जिसे कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ मंजूर करते हुए तेजस्वी को पासपोर्ट वापस करने का निर्देश दिया है. उधर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मंगल पांडेय ने भी तेजस्वी पर निशाना साधा है. उन्होंने प्रश्न उठाते हुए बोला कि तेजस्वी यादव बताएं कि कार्यकर्ता संवाद प्रोग्राम को बीच में छोड़कर 18 सितंबर से दो-तीन अक्टूबर तक के लिए कौन से संवाद पर और कहां जा रहे हैं? यह बिहार की जनता जानना चाहती है. तेजस्वी यादव की विदेश यात्रा पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बोला कि इंडिया गठबंधन के जितने युवराज हैं, तेजस्वी यादव हों, राहुल गांधी हों या लालू का परिवार हो, यह लोग पांच दिन जनता के बीच जाएंगे, 25 दिन विदेश यात्रा करेंगे.आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बीजेपी को जवाब दिया है. बोला कि तेजस्वी अगर विदेश यात्रा पर जा रहे हैं तो इससे बीजेपी क्यों बेचैन है? बीजेपी तेजस्वी फोबिया से ग्रसित है. कार्यकर्ता संवाद प्रोग्राम का पहला चरण खत्म हो रहा है. दूसरे चरण की तारीख निकली नहीं थी तब भी बीजेपी प्रश्न उठा रही है. सबसे ज्यादा तो पीएम मोदी ही विदेश यात्रा पर जाते हैं. जब बीजेपी के नेता विदेश यात्रा पर घूमने जाते हैं तब तो कोई परेशानी नहीं होती है. तेजस्वी की निजी यात्रा है. तेजस्वी जब भी विदेश जाते हैं बिहार की भलाई के लिए कार्य करते हैं. तेजस्वी से बीजेपी डरी हुई है.