इस पर बात बढ़ गई और दबंगों ने जितेंद्र राजवंशी की पिटाई कर दी.
इससे उनकी मृत्यु हो गई. हालांकि पिटाई से घायल हुए जितेंद्र राजवंशी को गांव वाले इलाज के लिए राजगीर के सरकारी अस्पताल पहुंचे. हालांकि डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. बताया गया कि पिता की पिटाई पर बेटे ने शोर मचाया तो गांव के कुछ लोग पहुंचे मगर दबंग छुप गए. उसके बाद वे गांव से फरार हो गए हैं. घटना के बाद मृतक के घर में तहलका मच गया है. परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है.घटना के संबंध में मृतक जितेंद्र राजवंशी के बेटे ने पुलिस को बताया कि वह दोस्तों के साथ गांव के ही तालाब में मछली पकड़ रहा था. उसी क्रम में गांव के चार-पांच दबंग मौके पर आकर मछली पकड़ने से रोकने लगे. इस पर उसने बोला कि यह तालाब तो सार्वजनिक है. इसमें कोई भी मछली पकड़ सकता है. यह बात सुनने के बाद बदमाश पिटाई करने लगे थे. इस मामले में छबिलापुर थानाध्यक्ष मुरली मनोहर आजाद ने बताया कि घटना की खबर के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी. पीट-पीटकर कत्ल की गई है. मृतक जितेंद्र राजवंशी के पुत्र से पूछताछ की गई है. बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में की जा रही है. मछली पकड़ने के क्रम में हुए विवाद में इस वारदात को अंजाम दिया गया है.