इसे बनाने के लिए 28,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
साथ ही 10 से 30 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त होगा. कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बोला कि आज की ये कार्यशाला काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है. गया जिले के साथ-साथ बिहार के सभी जिलों में उद्योग विभाग के तहत उद्योग से जुड़ने वाले लोगों को ऋण भी दिया जा रहा है. उन्होंने प्रोग्राम में सरकार की प्रशंसा करते हुए बोला कि एमएसएमई के तहत काफी सस्ता ऋण उपलब्ध करवाया जाता है, ताकि कम पैसे वाले व्यक्ति भी अपना खुद का रोजगार खड़ा कर सके. ऋण देने की क्षमता 10 करोड़ से बढ़ाकर 22 करोड़ कीगई है.जीतन राम मांझी ने बोला कि गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अब मालवाहक विमान के उतरने की स्वीकृति प्राप्त हो गई है, जल्द ही मालवाहक विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा गया पर उतरने लगेंगे. टेक्नोलॉजी सेंटर का निर्माण गया जिले में कराया जा रहा है, इसकी स्वीकृति प्रदान की गई है और जल्द ही 15 से 20 एकड़ की जमीन चिन्हित कर बाउंड्री वॉल का कार्य कराते हुए इसका निर्माण कराया जाएगा. इसके अलावा बिहार में पहले मात्र एक एक्सटेंशन सेंटर पटना जिले में था. अब इसे बढ़ाकर 5 एक्सटेंशन सेंटर बनाने की स्वीकृति मिल गई है, जो बिहार के अलग-अलग जिलों में बनाए जाएंगे.आगे केंद्रीय मंत्री ने बोला कि बोधगया में अगरबत्ती बनाने के लिए क्लस्टर का निर्माण किया जाएगा. साथ ही मानपुर में बुनकर के लिए कपड़ा का क्लस्टर बनाया जाएगा. भविष्य में गया जिले में एक खादी मॉल का भी निर्माण करने पर विचार किया जा रहा है. आगे उन्होंने बताया कि इसके अलावा गया से डालटेनगंज और गया से मानपुर रसलपुर रेलवे लाइन बनाने के लिए भी बातचीत चल रही है. अगले 10 सालों में गया जिला नोएडा का रूप ले लेगा. गया जिले के लोगों को अब रोजगार के लिए दूसरे राज्य जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, बल्कि अब दूसरे राज्यों के लोग ही आकर गया जिला में रोजगार पाएंगे.