दुर्घटना की खबर मिलते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और आरा-सासाराम मुख्य मार्ग को जाम कर दिया.
प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की. जाम की वजह से सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात पूरी तरह से ठप हो गया.मौके पर पहुंचे संझौली के बीडीओ, सीओ और थानाध्यक्ष ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयत्न किया. प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजे देने की घोषणा की है जिसके बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटाया और पुलिस ने लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.वहीं, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और ट्रक चालक के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है. प्रारंभिक जांच के अनुसार, ट्रक चालक दुर्घटना के बाद फरार हो गया. पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है. ग्रामीणों ने बोला कि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं और प्रशासन की लापरवाही के वजह से यह दुर्घटना हुई है. प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है और बोला है कि आरोपियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी.