बताया जाता है कि गुरुवार की सुबह एक बजे रबिता को सर्प ने सोए अवस्था में गर्दन में डंस लिया.
परिजन सर्प को मारने का प्रयत्न करते उसी क्रम में सर्प दीवार में बने दरार से घुसकर दूसरे घर में प्रवेश कर गया और वहां सो रहे कृष्ण वैभव को डंस लिया. सर्प दंश के बाद आनन फानन में परिजनों ने दोनों को उपचार के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां दोनों के परिजन सांप की सही खबर नहीं दे सकें जिसके वजह से उन्हें एंटी वेनम की सुई नहीं लगाई जा सकी. ऐसी स्थिति में दोनों की स्थिति को गंभीर देखते हुए उन्हें बेहतर उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया.रेफर होने के बाद गया पहुंचने से पहले किशोर ने दम तोड़ दिया जबकि रबिता के परिजन उसे हायर सेंटर न ले जाकर झाड़ फूंक के लिए पास ही के गांव लेकर चले गए. झाड़ फूंक करने वालों ने रविता की स्थिति गंभीर बताया, लेकिन परिजनों के आग्रह पर झाड़ फूंक की कार्रवाई शुरू की. काफी देर तक झाड़ फूंक का दौर चला, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका और उसकी मृत्यु हो गई. इधर एक ही दिन अगल बगल के क्वाटर में सर्पदंश से हुई दो की मृत्यु से सोन कॉलोनी में मातम छा गया है. वहीं, मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.