24 सालों से कोर्ट में मामला लटका है,
लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इस वजह से ही इतनी बड़ी घटना घटी है और यहां के प्रशासन को कुछ भी खबर नहीं है. मांझी ने बोला किसी तरह से महादलित को भगाने के लिए एक से बढ़कर एक कार्रवाई होते रही. पहली लड़ाई 1959 में हुई फिर 1962 में हुई 2023 में लड़ाई हुई है.24 वर्षों से टाइटल चल रहा है. इसका निपटारा पहले हो जाता तो आज यह घटना नहीं घटती. जब प्रशासन से हमने पूछताछ की तो यहां के प्रशासन को भी सूचना का काफी अभाव है. उन्होंने बोला कि मात्र तीन साल से ही लोग रह रहे हैं. प्रशासन सफेद झूठ बोला जा रहा है. प्रशासन का दोष यह है कि वास्तविकता को छुपाने का कार्य कर रहे हैं. वहीं तेजस्वी यादव पर पूछे गए प्रश्न पर केंद्रीय मंत्री भड़क गए और बोला कि नवादा के वारिसलीगंज के बरनामा में फिर से ऐसी घटना दोहराई जा सकती है. 100 में 70 प्रतिशत जमीन पर आरजेडी का कब्जा है. जीतन राम मांझी का साफ बोलना है कि इस पूरे मामले में आरजेडी के लोगों का हाथ है.