आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह बीते रविवार (01 सितंबर) को बक्सर में आयोजित एक दिवसीय धरना में सम्मिलित हुए. इस क्रम में उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और जेडीयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी पर आक्रमण किया. अशोक चौधरी के भूमिहार वाले बयान पर सुधाकर सिंह ने बोला कि हम लोग जातियों की सियासत नहीं करते, हम लोग वर्ग की सियासत करते हैं. समाज में जो वंचित है, अल्पसंख्यक है, गरीब है, उनके लिए हम हक की लड़ाई लड़ते हैं. अशोक चौधरी ने किस संदर्भ में बयान दिया है वही जानें. अपनी बेटी की शादी उसी समुदाय में की है. उनके दामाद भी उसी समुदाय के हैं. बोला कि व्यक्तिगत तौर पर मैं इस तरह के बयान का विरोधी हूं.बक्सर के आंबेडकर चौक पर आरजेडी की तरफ से एक दिवसीय धरना के क्रम में सुधाकर सिंह ने बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह पर भी आक्रमण किया. दरअसल बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने अपने ऊपर तथाकथित हमले के बाद एक्स (X) पर प्रोफाइल फोटो बदली जिसमें वो एक त्रिशूल लिए नजर आ रहे हैं. अब सुधाकर सिंह ने बोला है कि गिरिराज सिंह को जनता पर विश्वास नहीं रहा.
वह चुनाव हारते हारते बचे हैं.
वह पाखंड में सम्मिलित रहते हैं. गिरिराज सिंह को लेकर सुधाकर सिंह ने बोला, "भगवान शिव समाजवादियों के सबसे बड़े पुरोधा हैं. भगवान शिव के विचारों में कभी विश्वास नहीं रहा है उनका. वह तो समाज तोड़ने वाले लोग हैं. समाज को विभाजित करने वाले लोग हैं. धर्म के आधार पर दंगा कराने वाले लोग हैं. अब वह डरे हुए हैं." हालांकि सुधाकर सिंह ने यह भी बोला कि हमले जैसा विषय नहीं होना चाहिए था. चाहे कोई भी राजनेता हो.वहीं नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए सुधाकर सिंह ने बोला कि मीडिया ने कुर्सी कुमार नाम रखा है. कुर्सी पर चिपके रहने के लिए कितना बार भी कहीं भी पलटी मार सकते हैं. अगर देखा जाए तो कुर्सी ही उनके लिए नीति और सिद्धांत है. इसके लिए वह भारतीय जनता पार्टी की गोद में बैठे हैं. नीतीश कुमार वही कार्य कर रहे हैं जो बीजेपी चाह रही.