मंत्री परिषद के सदस्य गण बेहतर तरीके से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें,
जनता तक उनका लाभ पहुंचे इसलिए समय समय पर ऐसे निर्णय लेने बेहद जरुरी होते हैं. यह उसी दिशा में उठाया गया कदम है. आगे जेडीयू प्रवक्ता ने बोला कि दूसरी ओर विपक्षी नेताओं ने राज्य सरकार के मंत्रियों के आचरण पर सवाल खड़े किए हैं. यह सुनकर हैरानी हो रही है. 2004-2014 तक केंद्र में यूपीए की सरकार थी. पूरा कार्यकाल घोटालों की भेंट चढ़ गया. आरजेडी नेताओं की अदालत में हाजिरी लगती रहती है. इसके बाद भी विपक्षी दल मंत्रियों के चरित्र पर प्रश्न खड़े करते हैं. ट्रांसफर पोस्टिंग पर प्रश्न उठाते हैं. यह उनके मानसिक एवं राजनैतिक दिवालियापन के अलावा कुछ नहीं है.बता दें कि शनिवार को बिहार में एक साथ 43 आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया है. इस तबादले में भोजपुर, शिवहर, जमुई, लखीसराय, रोहतास, अररिया, समस्तीपुर, बेगूसराय, शेखपुरा, किशनगंज, अरवल, मधेपुरा सहित 12 जिलों के डीएम को बदल दिया गया है.