डीएम रिची पांडेय ने जिला और प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए बोला है.
डीएम, एसपी, एडीएम आपदा प्रबंधन और तकनीकी विभाग के पदाधिकारियों ने जिले के संवेदनशील स्थानों का निरीक्षण किया है. बेलसंड प्रखंड अंतर्गत चंदौली बांध, मेजरगंज प्रखंड के रसूलपुर गांव, बैरगनिया प्रखंड के वंशी चाचा पुल एवं चकवा पंचायत के तकिया टोला आदि का निरीक्षण किया गया है. जिलाधिकारी ने नदियों के जल स्तर पर और संवेदनशील स्थानों पर सतत निगरानी रखने का आदेश दिया है. जिले में अभी बाढ़ नहीं आई है लेकिन संभावित खतरे को देखते हुए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं. अनुमंडल स्तर पर बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष बनाया गया है जिसका नंबर- 06226-250236 है. यह 24 घंटे काम करेगा.जिला प्रशासन की तरफ से आम लोगों से अपील की गई है कि सतर्कता बरतें और सुरक्षित जगहों पर रहें. नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की संभावना है. अधिकांश हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात एवं हवा की गति झोंकों के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है.
निरंतर हो रही वर्षा की वजह से शिवहर जिले में भी बाढ़ का खतरा एक बार फिर से मंडराने लगा है. जिला प्रशासन का कहना है कि बागमती नदी खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. जिला प्रशासन की टीम मुस्तैद है. नदी के तलहटी में बसे बराही गांव के लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने को कहा गया है. इस गांव में नदी का पानी प्रवेश कर गया है.