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अपने कुछ लोगों को खोजबीन के लिए भेजा. करीब पांच से छह घंटे के अथक प्रयत्न से उसे पुलिस ने एक होटल के कमरे से बरामद कर लिया.अपहरण के हाई वोल्टेज ड्रामा को बेगूसराय की पुलिस ने करीब पांच से छह घंटे के अथक प्रयत्न से असफल कर दिया और यह मामला साइबर ठगी से जुड़ गया. अपहरण की सूचना मिलते ही बेगूसराय के एसपी मनीष कुमार सहित जिले के तमाम पुलिस अधिकारी सक्रिय हो गए. निरंतर अपहृत युवक को ढूंढने की कोशिश की जाने लगी.सदर एसडीपीओ (2) भाष्कर रंजन ने बताया कि शाम में करीब पांच बजे पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह उर्फ बोगो सिंह के पुत्र का अपहरण की सूचना मिली, जिसके बाद पूरे जिले को हाई अलर्ट किया गया और जांच शुरू की गई. टावर लोकेशन हर हर महादेव चौक के आसपास से आ रहा था, जिसके बाद एक निजी होटल का लोकेशन आया. होटल के कमरे से सुमंत सौरभ को सही सलामत बरामद कर लिया गया. एसडीपीओ ने बताया कि यह अपहरण का मामला नहीं है, यह डिजिटल अरेस्टिंग का मामला है. डिजिटल अरेस्टिंग में साइबर ठगी से जुड़े लोग पीड़ित को अकेले कर घटना को अंजाम देते हैं.आगे उन्होंने बताया कि सुमंत सौरभ एक निजी स्कूल के संचालक हैं और जब कोई सामान कुरियर से मंगाया जाता है, तो साइबर ठगी से जुड़े लोग उनके मोबाइल पर धमकाते हैं कि आपके भेजे गए कुरियर में आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ है, जिसे क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बरामद कर लिया है. अब आपके घर और अन्य जगहों पर क्राइम ब्रांच, इनकम टैक्स सहित अन्य जांच एजेंसियों छापेमारी करेगी. यदि आप इनसे बचना चाहते हैं तो बताई गई बातों को अमल करें. उसी तरह सुमंत सौरभ के साथ भी यही घटना हुई है. साइबर ठगी गिरोह ने पहले उन्हें अकेले रहने की बात कही और एक कमरे में बंद रहने की बात कही. उन्हें पहले एक नया मोबाइल खरीदने के लिए बोला गया फिर बंद कमरे में साइबर ठगों का वीडियो कॉल पर लाया गया. पुलिस ने जब होटल के कमरे में छापेमारी की थी, तब भी साइबर ठगों ने उन्हें वीडियो कॉल पर रखा हुआ था. सुमंत सौरभ के मोबाइल पर आए हुए नंबर पर फिलहाल पुलिस मामला दर्ज करते हुए जांच में जुट गई है.वहीं, पूर्व विधायक बोगो सिंह के पुत्र सुमंत सौरभ के अपहरण की खबर पर न्यूज़ कावरेज करने गए पत्रकारों के साथ पूर्व विधायक के समर्थकों ने हाथापाई की और कवरेज कर रहे पत्रकारों का मोबाइल छीन लिया और उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगे