इस तरह एक-एक कर कुल पांच कैडेट पानी में कूदे. इनमें से तीन बच गए.
बचने वालों में नैंसी कुमारी, मनीषा कुमारी और विकास कुमार हैं. इन्हें उपचार के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है.स्काउट एंड गाइड की इंचार्ज मधु शर्मा ने बताया कि दो बच्चों की मृत्यु हुई है. तीन बच्चों का उपचार चल रहा है. उन्होंने बोला कि जो बच्चा डूब रहा था वो हमको मिला था. उसने बोला कि मैम हम ही डूब रहे थे. मुझे ही बचाने में यह हुआ है. हालांकि मधु शर्मा ने बोला कि स्काउट एंड गाइड की आज ड्यूटी नहीं थी. अंतिम दिन था तो बच्चे आ गए होंगे. अस्पताल के अधीक्षक डॉ. केके सिन्हा ने बताया कि स्काउट एंड गाइड के पांच छात्रों में से दो की मृत्यु हो चुकी है. गंभीर रूप से जख्मी छात्रों को आईसीयू में भर्ती किया गया. वहीं गया के डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने आपदा के एडीएम और सदर एसडीओ को मृतक के परिजनों को अनुग्रह अनुदान के तहत चार-चार लाख रुपया मुआवजा उपलब्ध कराने का आदेश दिया है. बता दें कि पितृपक्ष मेले का आज आखिरी दिन है. इस क्रम में तीर्थयात्रियों के साथ-साथ जिले के स्थानीय लोग भी अपने पितरों को मोक्ष और उद्धार दिलाने की कामना के साथ तर्पण करने के लिए आए हैं. भीड़ को देखते हुए नियंत्रण और यात्रियों की सेवा को लेकर स्काउट एंड गाइड के कैडेट्स को लगाया जाता है.