इस नियुक्ति के लिए भी शिक्षा विभाग ने आरक्षण रोस्टर क्लीयरेंस सामान्य प्रशासन को भेज दिया है.
उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक नियुक्ति के लिए सामान्य प्रशासन विभाग अब बीपीएससी को अधियाचना भेजेगा.बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के नतीजों में देरी का मुख्य वजह रोस्टर क्लीयरेंस था. विभाग को सभी जिलों से रोस्टर क्लीयरेंस नहीं मिला था. इस कारण से परिणाम में देरी हो रही थी. रोस्टर क्लीयरेंस एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसमें यह सुनिश्चित करते हैं कि विभिन्न श्रेणियों (एससी, एसटी, ओबीसी, सामान्य श्रेणी आदि) के लिए आरक्षित पदों का आवंटन सही तरीके से किया गया है.तीसरे चरण की परीक्षा के बाद ही बीपीएससी के अध्यक्ष रवि भाई परमार ने बताया था कि परिणाम कब जारी होना है यह तो शिक्षा विभाग को तय करना है. रोस्टर क्लीयरेंस जितना जल्द होगा उतना जल्द हम लोग रिजल्ट जारी कर देंगे. अब माना जा रहा है कि वह इंतजार भी समाप्त होने वाला है.
बता दें कि नीतीश सरकार ने नवंबर 2023 से शिक्षक भर्ती परीक्षा की शुरुआत कर दो चरणों में अब तक करीब 2.17 लाख अभ्यर्थियों को नौकरी देकर देश में इतिहास रच दिया है. शिक्षक नियुक्ति के पहले चरण में एक लाख 20 हजार 336 और दूसरे चरण में चयनित 96,823 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया गया था. तीसरे चरण में 87 हजार 744 पदों पर शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा ली गई थी जिसमें 39,391 पदों पर अब जल्द नियुक्ति होने वाली है.