सीटी एसपी के रामदास ने बोला कि घटना की पूरी तरीके से जांच हो रही है.
पहले भी जो घटनाएं हुईं हैं, उसके अधार पर भी जांच आगे बढ़ाई जाएगी. वारदात को किसने अंजाम दिया इसका पता करने की कोशिश की जा रही है. डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम की भी सहायता ली जा रही है.वहीं बच्चों के परिजनों का बोलना है कि उन्होंने देखा नहीं कि बम धमाका कैसे हुआ, बस धमाके की तेज आवाज हुई, जिसके बाद हमलोग वहां गए तो देखा कि बच्चे जख्मी पड़े हैं. मोहम्मद इरशाद के दो पुत्र मन्ना और गोलू जख्मी हुए हैं, अन्य बच्चों की पहचान अभी नहीं हुई है. सात में से तीन बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हैं. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है. बता दें कि भागलपुर में बम फिस्फोट की ये घटना कोई नई नहीं है. यहां अक्सर ही बम धमाके होते रहते हैं. जांच में कई बार लोग गिरफ्तार भी हुए हैं, लेकिन बम धमाके की घटना रूकी नहीं है.