बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर मुस्लिम समाज को आड़े हाथों लेते हुए बोला कि लेबनान में मरा कौन, मारा कौन और आप यहां मातम मना रहे हैं. कश्मीर में जो शहीद हुए उसके लिए तो आप मातम मनाते नहीं हैं. योगी आदित्यनाथ ने तो ठीक ही बोला है कि जान न पहचान और वो हो गए भाईजान. मुस्लिम समाज देश को डराने का कार्य कर रहे हैं. दुर्भाग्यपूर्ण है देश का कि ऐसे लोगों को भी पूजा जाता है. मंगलवार (01 अक्टूबर) को केंद्रीय मंत्री बेगूसराय में पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस प्रश्न पर कि राहुल गांधी का एक बयान है कि नरेंद्र मोदी गरीबों की जेब से तूफान की तरह पैसा निकाल कर सुनामी की तरह अदाणी की तिजोरी में डाल रहे हैं. इस पर गिरिराज सिंह ने बोला, "या तो राहुल गांधी दिमागी दिवालियापन हो चुके हैं या उनको अंबानी-अदाणी का फोबिया हो गया है. जिस राहुल गांधी के परिवार ने 50 वर्ष तक भारत को लूटा, दादी जी से 2 जी तक एक से एक कांड होता रहा, जो भारत के बाहर जाकर भारत को गाली देते हैं, उनका क्या अधिकार है? ठीक ही तो कहा योगी जी ने कि इनकी संस्कृति में नाच-गान है इसलिए भारत में प्रभु श्री राम को भी गाली देते हैं. ये खुद नचनिया-गगनिया हैं.
इनकी संस्कृति क्या है."
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बोला कि सनातन परिवार और भारतवंशी गाय को गौ माता के रूप में पूजते हैं. वर्ष में जैसे दीपावली मनाते हैं, दुर्गा पूजा मनाते हैं, गौ पूजन भी हमारे धर्म का एक अंग है. ये तो दुर्भाग्य है इस भारत में कि गाय काटने वाले भी वोट बैंक हैं. महाराष्ट्र की सरकार ने गौ माता के रूप में दर्जा दिया है इसके लिए मैं धन्यवाद देता हूं. पूरे देश की सरकार इसका सम्मान करे.बता दें कि हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मृत्यु के विरुद्ध जम्मू कश्मीर समेत भारत में कई भागों में पर विरोध प्रदर्शन किया गया है. जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के बीच इसका सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिला. पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती समेत कई पार्टियों के नेताओं ने हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मृत्यु पर दुख जताया है. अब गिरिराज सिंह ने निशाना साधा है. उनके बयान से सियासी पारा बढ़ गया है.