गया के इमामगंज विधानसभा उपचुनाव में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्युलर से केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी बहू दीपा मांझी को उतारा है. बता दे कि इससे पहले जीतन राम मांझी इमामगंज के विधायक थे. गया से सांसद बन जाने के बाद उपचुनाव हो रहा है. वहीं, उपचुनाव को लेकर गया में सोमवार को दीपा मांझी ने बोला कि 'पापा (जीतन राम मांझी) जितना काम किए हैं हम भी शिक्षा, पानी आदि का कार्य करेंगे. क्षेत्र में यह भी मुद्दा रहेगा. पापा मंत्री हैं तो क्षेत्र में एमएसएमई क्लस्टर सेंटर बनवाने की बात बोल रहे हैं इसे पूरा करेंगे. वहीं, आगे उन्होंने बोला कि मेरे लिए सियासत नई बात नहीं है. परिवारवाद को लेकर दीपा मांझी ने बोला कि बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से सांसद के बेटे आरजेडी से चुनाव लड़ रहे हैं. हमारी जब शादी हुई उस समय मेरे पति डॉ. संतोष कुमार एमएलसी भी नहीं थे.
पापा सीएम भी नहीं बने थे.
उस समय हम सियासत में आए जिला परिषद सदस्य रहे हैं. शादी के पहले भी मां ज्योति मांझी विधायक थीं तो समाज सेवा से जुड़े रहे हैं. पापा से सीखने को मिला है कि कैसे सियासत करनी है. जनता कितना भरोसा करती है. महिलाओं के सशक्तिकरण और जनता के लिए जो भी बन पड़ेगा उसे पूरा करेंगे.बता दें कि इमामगंज से दीपा मांझी अपने ससुर जीतन राम मांझी के किए गए कामों पर वह चुनाव लड़ रही हैं. वहीं, आरजेडी से रोशन मांझी चुनावी मैदान में हैं. वहीं, इमामगंज से जन सुराज ने डॉ. जितेद्र पासवान को अपना कैंडिडेट बनाया है और अब इस सीट पर एआईएमआईएम की एंट्री से मुकाबला रोमांचक हो गया है. एआईएमआईएम ने कंचन पासवान पर दांव चला है.