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तेजस्वी यादव ने बंगला नंबर पांच किए खाली, सम्राट चौधरी के आवंटन से क्यों मची है सियासी हलचल?


संवाद 

तेजस्वी यादव ने पांच देश रत्न मार्ग बंगला नंबर 5 खाली कर दिया है. इस बंगला ने कई डिप्टी सीएम को देखा है, लेकिन किसी का भी कार्यकाल पूरा नहीं हो पाया है. वहीं, खाली हुए इस बंगले में विजयदशमी के दिन बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पूजा पाठ के साथ गृह प्रवेश करेंगे. और बता दे कि पांच देश रत्न मार्ग का बंगला सम्राट चौधरी को आवंटित होते ही बिहार की सियासी गलियारों में एक बार फिर यह जिक्र तेज हो गई है कि क्या सम्राट चौधरी अपना कार्यकाल पूरा कर पाएंगे?सीएम नीतीश कुमार की पलटी मार राजनीति ने बिहार में पिछले 9 सालों में 7 नए डिप्टी सीएम देखे हैं. 2015 में महागठबंधन की सरकार बनी तो तेजस्वी यादव नीतीश सरकार में उपमुख्यमंत्री बने और पांच देश रत्न मार्ग बंगला उन्हें आवंटित किया गया था. महागठबंधन की सरकार बिहार में 22 महीने चली और नीतीश कुमार ने फिर पाला बदलकर एनडीए में वापसी कर ली. नीतीश कुमार के एनडीए में आने के बाद उनकी सरकार में दिवंगत नेता सुशील कुमार मोदी को फिर से उपमुख्यमंत्री बनाया गया. 2020 में फिर चुनाव हुए और दिवंगत नेता सुशील कुमार मोदी का पत्ता नीतीश कैबिनेट के साथ-साथ बिहार की सियासत से साफ कर दिया गया. 2020 चुनाव के बाद बिहार को दो नए डिप्टी सीएम मिले. 

पहले नंबर के डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद थे तो दूसरे नंबर की डिप्टी सीएम रेणु देवी थीं.

 पहले नंबर के डिप्टी सीएम होने के वजह से तार किशोर प्रसाद को पांच देश रत्न मार्ग बंगला आवंटित किया गया. इस बंगले में ज्यादा दिनों तक तार किशोर प्रसाद नहीं रहे और बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार की पलटी मार नीति से गठबंधन बदला और महागठबंधन की सरकार बन गई. नीतीश कैबिनेट में फिर से तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री की कुर्सी मिली और इस बंगले में तेजस्वी यादव रहने आ गए.वहीं, 17 महीने तक बतौर उपमुख्यमंत्री पांच देश रत्न मार्ग में तेजस्वी यादव रह रहे थे, लेकिन नीतीश कुमार की चौथी पलटी के बाद अब इस बंगले में बिहार के एक नंबर के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी रहने आ रहे हैं. इसको लेकर सियासी गलियारों में एकबार फिर जिक्र तेज हो गई है. क्या नीतीश कुमार फिर से पलटी मारेंगे?दरअसल, शुक्रवार को जनता दल यूनाइटेड के राज्य कार्यकारिणी की बैठक थी. इस बैठक में 2025 चुनाव में 225 सीट जीतने का लक्ष्य तय किया गया और नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए चुनाव लड़ेगा. इसका ऐलान भी हो गया. जेडीयू के इस ऐलान पर विपक्ष ने ताना कसते हुए बोला कि प्रेशर पॉलिटिक्स बिहार में जेडीयू कर रही है. बीजेपी नहीं चाहती कि नीतीश कुमार सीएम की कुर्सी पर बने रहे. ऐसे समय में जब पांच देश रत्न मार्ग सम्राट चौधरी को आवंटित हुआ है तो बिहार में खेल होने की बात बताई जा रही है.


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