ठंड को बढ़ाने वाली होगी. ऐसे में 20 अक्टूबर के बाद से राज्य के टेंपेरेचर में दो से तीन डिग्री गिरावट होने की संभावना है.अभी बिहार में न्यूनतम टेंपेरेचर 24 से 26 डिग्री के आसपास है.
आने वाले अगले चार-पांच दिनों तक ऐसे ही रहेगा.
हालांकि वर्षा के बाद धीरे-धीरे टेंपेरेचर में कमी आएगी. पछुआ हवा का असर बढ़ेगा. अक्टूबर महीने के आखिरी में राज्य का अधिकतम टेंपेरेचर 30 डिग्री के करीब या उसके नीचे आने की संभावना है.वर्तमान में राज्य के तापमान में एक से दो डिग्री का उतार-चढ़ाव हो रहा है. रविवार की रिपोर्ट के अनुसार राजधानी पटना में 2.3 डिग्री की वृद्धि के साथ अधिकतम टेंपेरेचर 33.7 डिग्री टेंपेरेचर दर्ज किया गया है. आसमान साफ रहा. सबसे अधिक टेंपेरेचर बेगूसराय में 35.5 डिग्री सेल्सियस रहा. राज्य में औसत टेंपेरेचर 32 से 34 डिग्री के करीब रहा.
मौसम विभाग की तरफ से रविवार की दोपहर जारी रिपोर्ट के अनुकूल, दक्षिण पूर्वी इलाके के दो जिलों में हल्की वर्षा दर्ज की गई है. खगड़िया में 9.9 मिलीमीटर और बांका में एक मिलीमीटर वर्षा हुई है. रोहतास में भी बादल बनने के साथ बूंदाबांदी हुई है. बारिश की इस तरह की परिस्थितियां आगे भी बन सकती हैं क्योंकि एक चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे हिंद महासागर के पास समुद्र से 1.5 किलोमीटर ऊपर बना हुआ है. इससे राज्य में बारिश की स्थिति बहुत ज्यादा तो नहीं लेकिन दक्षिणी पूर्वी इलाकों में चार से पांच दिनों के बाद बहुत हल्की बारिश का पूर्वानुमान है.