मनोज कुमार ने जब गाड़ी की रफ्तार तेज कर दी तो उन लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी.
इसी क्रम में उनकी बेटी को सीने में गोली लग गई. मनोज कुमार ने बोला कि उनके ऊपर भी फायरिंग की जा रही थी, लेकिन किसी तरह गाड़ी का गेट खोलकर वह कुछ दूर भाग गए. पीछे मुड़कर जब उन्होंने देखा तो हमलावर गिरियक नालंदा की तरफ भाग रहे थे. इस क्रम में उनकी बेटी चिल्ला रही थी. कुछ ही देर में मृत्यु हो गई. हालांकि वे बेटी को गाड़ी से लेकर शेखोपुर स्थित स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.शाहपुर थाना प्रभारी धीरज कुमार सिंह ने बोला कि लिखित आवेदन की जांच की जा रही है. फॉरेंसिक टीम ने जांच के दौरान पाया कि कहीं भी गोली नहीं लगी है. हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई है. मौके से गोली का खोखा मिला है. आगे की जांच की जा रही है.उधर दूसरी तरफ फॉरेंसिक टीम की जांच रिपोर्ट पर प्रश्न उठ रहा है. टीम के अनुसार गोली नहीं लगी है जबकि सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अजय कुमार ने बोला कि लड़की के सीने में गोली लगी है. पोस्टमार्टम के दौरान गोली निकाल ली गई है. एक्स-रे में भी गोली दिख रही है. डॉक्टर के खुलासे के बाद अब पुलिस के भी होश उड़ गए हैं. अभी तक घटना के पीछे की वजह सामने नहीं आई है.