2022 में बिहार की रैंकिंग 13 वीं हो गई.
नीरज कुमार ने बताया कि राबड़ी देवी के शासन काल में 456 लोगों की मृत्यु जहरीली शराब पीने से हुई थी. शराबबंदी से पहले नीतीश कुमार के शासन में 367 लोगों की मृत्यु जहरीली शराब से हुई. शराबबंदी के बाद जहरीली शराब से 157 लोगों की मृत्यु हुई. यानी मृत्यु के आंकड़ों में कमी आई है. मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने अपने बयान में एक बार फिर बोला कि आरजेडी पर शराब बनाने वाली कम्पनियों से चंदा लिए जाने का इल्जाम लगाया है. उनका कहना है कि आरजेडी ने 46 करोड़ 64 लाख रुपया चंदा लिया है. लोकसभा चुनाव के पूर्व पैसे लिए गए. उन्होंने प्रश्न किया है कि बिहार में शराबबंदी है तो शराब कम्पनियां आरजेडी को पैसे क्यों दें रहीं थी. तेजस्वी बताए क्या डील हुई थी? जेडीयू ने इससे पहले कई बार तेजस्वी यादव और आरजेडी पर शराब माफिया से साठगांठ के इल्जाम लगाए हैं.