ज शहाब को पार्टी की सदस्यता दिलाई.बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत हलचल अभी से तेज है. बिहार में मुस्लिम वोट बैंक की सियासत भी जोरों पर है.
आरजेडी से मुस्लिम वोटरों के छिटकने की आशा जताई जा रही थी.
यही कारण है कि आरजेडी ने अब हिना शहाब और उनके बेटे को पार्टी सम्मिलित कर लेना ही पार्टी हित में बेहतर समझा. ऐसा माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव अपने कोर वोटर एमवाई समीकरण को दूर नहीं जाने देना चाहते हैं. ओसामा और हिना शहाब के आरजेडी में सम्मिलित होने से पार्टी को सीवान क्षेत्र में राजनीतिक लाभ मिलने की आशा है. आरजेडी कार्यकर्ताओं ने भी तेजस्वी यादव के इस निर्णय का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इस निर्णय से आरजेडी का जनाधार और बढ़ेगा. बता दें कि दिवंगत शहाबुद्दीन की मृत्यु के बाद दोनों परिवारों के बीच रिश्ते बेहतर नहीं रहे. 2024 के लोकसभा चुनाव में भी आरजेडी से हिना शहाब को टिकट नहीं मिली और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय किया. अब जबकि ओसामा शहाब पार्टी में सम्मिलित हो गए हैं तो आशा जताई जा रही है कि विधानसभा चुनाव में सीवान से उन्हें टिकट दिया जाएगा.