हंस को जहां पटना से गिरफ्तार किया गया था,
वहीं, यादव को ईडी ने दिल्ली से हिरासत में लिया था और ट्रांजिट रिमांड पर शनिवार को बिहार की राजधानी ले आई थी.बता दें कि संजीव हंस 1997 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और बिहार ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव रह चुके हैं, जबकि यादव राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व विधायक हैं. उन्होंने 2015 से 2020 तक मधुबनी जिले की झंझारपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था. हंस और यादव के विरुद्ध धन शोधन का यह मामला बिहार पुलिस की तरफ से दायर एक प्राथमिकी से उपजा है. प्रदेश पुलिस की विशेष सतर्कता इकाई ने इस वर्ष 14 सितंबर को दोनों के विरुद्ध एक और मामला दर्ज किया. हंस को उनके विरुद्ध ईडी की छापेमारी के बाद अगस्त में राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया था.