एनआईए पटना शाखा के डीएसपी अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में छापेमारी की गई थी.
इसके बाद रमैया कंस्ट्रक्शन के मालिक रॉकी यादव ने एनआईए के डीएसपी अजय प्रताप सिंह के विरुद्ध रिश्वत मांगने का इल्जाम लगाया था. इसकी शिकायत उन्होंने सीबीआई से की थी. बोला था कि डीएसपी ने नक्सली मामले में फंसाने की धमकी देकर 2.5 करोड़ रुपये मांगे हैं. जांच में इस शिकायत की पुष्टि होने के बाद सीबीआई की टीम ने गया से डीएसपी के दो एजेंट को रिश्वत के 20 लाख रुपये के साथ गुरुवार (03 अक्टूबर) की देर रात्रि गिरफ्तार किया है. वहीं पटना से एनआईए के डीएसपी अजय प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया गया है. खबर तो यह भी है कि सीबीआई ने डीएसपी के घर सहित यूपी में रहने वाले रिश्तेदारों के यहां भी छापेमारी की है.जेडीयू के पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के पीए रविंद्र यादव ने एनआईए छापेमारी के पीछे किसी आरजेडी के कद्दावर नेता के होने की आशंका जताई है. बताया जाता है कि दो एजेंटों की गिरफ्तारी में सीबीआई की टीम में छह एसपी और चार डीएसपी रैंक के अधिकारी सम्मिलित थे. इस पूरे मामले में एनआईए की तरफ से आज शुक्रवार (04 अक्टूबर) की सुबह एक्स (X) पर बयान जारी कर पुष्टि की गई है.