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दुष्कर्म केस का मुख्य दोषी 9 वर्ष बाद चढ़ा पुलिस के हत्थे, चिल्ड्रन ट्रैफिकिंग समेत कई संगीन मामलों में था फरार


संवाद 


सिमरन कांड का मुख्य अभियुक्त शमीम अख्तर आखिरकार भारत नेपाल सीमा से बुधवार को गिरफ्तार हो गया. मोतिहारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि 9 वर्षों से फरार चल रहा शमीम रक्सौल सीमावर्ती इलाका से गिरफ्तार कर लिया गया है. वो नेपाल जेल में बंद था, हाल ही में करीब डेढ़ महीने पूर्व ही नेपाल जेल से बाहर निकला था और रक्सौल आना जाना कर रहा था. इस बात की भनक लगते ही एसपी के आदेश पर रक्सौल एसडीपीओ धीरेंद्र कुमार और ढाका थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार कर लिया.पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि इस पर तीन मामले में कुर्की भी की जा चुकी है. गिरफ्तार शमीम पर दर्जनों से ज्यादा अपहरण, धोखाधड़ी, लूट, दुष्कर्म व वाहन चोरी का मामला दर्ज हैं. शमीम अख्तर सेक्स रैकेट संचालक और अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह के सरगना के रूप में विख्यात है. इसके आईएसआई से संबंध की जिक्र भी रही है. जिले के चर्चित सिमरन कांड का मुख्य अभियुक्त शमीम अख्तर को ढाका पुलिस ने भारत नेपाल सीमावर्ती रक्सौल इलाका से गिरफ्तार किया है, जो पुलिस की बड़ी सफलता मानी जा रही है. जिले के ढाका थाना के करीब आजाद चौक पर इसके घर से नशे की सुईयों के साथ बेहोशी हालत में साल 2015 में सिमरन को बरामद किया था. इसके घर से नशे की सूई एवं चोरी के कई महंगी चार चक्का वाहन भी जब्त किया गया था, जिसके बाद से ये फरार चल रहा था.शमीम अख्तर नेपाल में हरदोई जिला के तत्कालीन एसपी की चोरी की गाड़ी से घूमता था. 

नेपाल में रहकर भारतीय क्षेत्रों से वाहन चोरी की घटना को अंजाम देने,

 एसपी की गाड़ी चोरी समेत नेपाल में कई भारतीय वाहन समेत नेपाल में भारतीय वाहन का ऑनर बुक बनाने के कई कागजात, मुहर समेत पकड़ा गया था. इस मामले में बीते दो महीने पूर्व ही नेपाल जेल से छूटा था, जिसके बाद रक्सौल में आना जाना रहा. इसकी भनक लगते ही मोतिहारी पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए अपना जाल बिछाया और बुधवार को भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र रक्सौल से गिरफ्तार कर लिया. शमीम अख्तर की गिरफ्तारी होने से सिमरन कांड के कई गुमनामों का खुलासा हो सकता है. पूर्वी चंपारण जिले ढाका थाना सिमरन कांड में 12 थाना,16 प्राथमिकी के साथ 20 चेहरों की जांच में कई चेहरा पुलिस जांच में गुमनाम हैं. अब शमीम के गिरफ्तारी से सिमरन कांड में कई संलिप्त गुमनाम चेहरा सामने आ सकते हैं सिमरन कांड दर्ज होने के समय शमीम अख्तर, राजू मिया, खालिद चंदन, इसरार कंपाउंड, शमीम का चालक मोहम्मद मासूम के अलावा आदापुर थाना क्षेत्र के ब्युटी व चांदनी, मोतिउल्लाह, दीपक, मनीष, पूजा, नाजनी, राइमा, बिनीता, सिलीगुड़ी के मोहम्मद इमरान, मजीद के साथ कई लोगों का नाम सामने आया था, जिसमे चंदन व खालिद, आदापुर थाना क्षेत्र की ब्युटी व चांदनी समेत कई लोगों के बारे में पता नहीं चल सका. जिसकी शमीम की गिरफ्तारी होने के बाद पूछताछ से हो सकती है.दरअसल सिमरन की मां के साथ शमीम अख्तर की पहली मुलाकात के बाद रिश्ता धीरे-धीरे प्रेम प्रसंग में बदल गया, जिसके बाद सिमरन के पिता की कत्ल हो गई और लाश दरभंगा-सीतामढ़ी रेल खंड से मिला. फिर शमीम ने सिमरन की मां से शादी रचा ली. कुछ ही दिनों में सिमरन के नाबालिग भाई की कत्ल हो गई. शव ढाका थाना क्षेत्र में फेंका मिला. इसके बाद शमीम ने सिमरन की मां से सीतामढ़ी के डुमरा गांव समेत बाजार की करीब 50 बीघा जमीन बेचवा कर पैसे को हड़प लिया. इसके बाद सिमरन की मां दिमागी संतुलन खो बैठी.कुछ ही दिनों बाद सिमरन की मां का शव हाजीपुर जिला में मिला. सिमरन की उम्र तब तक करीब 10 साल हो गई. इसके बाद शमीम की बुरी नजर का खामियाजा उसे भुगतना पड़ा. घटना के समय सिमरन ने बताया था कि वो शमीम के आवास पर सिलीगुड़ी में थी. तब वहां से उसने होटल के एक गेस्ट के लिए अपने आवास से सिमरन समेत 5 लड़की को भेजा था. सिमरन ने बताया था कि एक विदेशी से उसे बेचने का प्लान था, जिसे मुझे देखा कर उसको पसंद कराया गया था.

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